Important Industrial Tools: महत्वपूर्ण टूल्स को इस्तेमाल करने का तरीका और उसका उपयोग

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स्क्वायर हैड (Square Head): यह कास्ट स्टील का ढलाई किया गया पार्ट होता है। इसको स्टील रूल पर लगाकर प्रयोग में लाया जाता है। इसकी एक साइड 90° का कोण तथा दूसरी साइड 45° का कोण मापती है। इसके अन्य उपयोग चित्र में दर्शाए गए हैं। इसके माध्य भाग में एक स्प्रिट लेविल भी होता है, जिसकी सहायता से सतह की समतलता की जांच की जा सकती है। नीचे एक स्क्राइबर लगा रहता है। इसको मार्किंग गेज के समान मार्किंग करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। चित्र में दर्शाए गए स्क्वायर हैड में समस्त भाग दर्शाए गए हैं।

प्रोट्रैक्टर हैड (Protractor head)

प्रोट्रैक्टर हैड भी कास्ट स्टील (cast steel) का बना होता है। इसकी बॉडी वृत्ताकार होती है, जिसके बीच में एक वृत्ताकार प्लेट घूमती है। इस पर 0°-180° तक दोनों ओर निशान बने होते हैं। इसी डिस्क पर लॉक बोल्ट तथा नट लगे होते हैं। बॉडी के वृत्ताकार भाग के मध्य एक शून्य मार्क रेखा द्वारा प्रदर्शित किया गया है। स्टील रूल पर प्रोट्रैक्टर हैड कसने के लिए लॉक बोल्ट का प्रयोग किया जाता है। चित्र में दर्शाए गए अनुसार किसी भी कोण पर मार्किंग करने तथा कोण को मापने का काम किया जा सकता है। इसमें भी लेविल (Level)  को चैक करने के लिए एक छोटा-सा स्प्रिट लेविल लगा होता है।

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सेंटर हैड (Center Head)

जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है यह एक कास्ट स्टील (Cast Steel) का ‘V’ के आकार का ढला हुआ भाग होता है। ‘V’ का कोण 90° का होता है। स्टील रूल को पकड़ने के लिए इसके मध्य में एक झिर्री बनाई गई होती है। इसके लम्बवत्  एक क्लैम्पिंग बोल्ट लगाया जाता है। स्टील रूल को क्लैंप करने पर इसकी एक साइड ‘V’ के अंदर बने 90° के कोण को दो बराबर 45° के कोणों में बांटती है। इसका प्रयोग वृत्ताकार जॉब का सेंटर ज्ञात करने के लिए किया जाता है।

इसलिए इसे सेंटर हैड कहते हैं। सेंटर ज्ञात करने के लिए सेंटर हैड को सिलेण्ड्रीकल जॉब के सटाकर रखते हैं तो स्टील रूल से इसके फेस पर लाइन खींच देते हैं। अब सेंटर हैड को लगभग 90° घुमाकर तथा जॉब से सटाकर फिर लाइन खींच देते हैं। इस प्रकार खींची गई दोनों लाइनों का काट बिंदु ई केंद्र होता है।

आउटसाइड कैलीपर्स (Outside Callipers)

मशीन शॉप में माप लेने वाले यंत्रों को सीधे-सीधे प्रयोग न करके परोक्ष यंत्रों की सहायता से प्रयोग किया जाता है। ऐसा ही एक मुख्य परोक्ष यंत्र कैलीपर्स है। यदि लेथ मशीन पर कोई विशेष व्यास की शाफ्ट बनानी है तो यह अत्यंत सुविधाजनक होगा कि वह व्यास कैलीपर्स में भर लिया जाए तथा कट लगाकर बार-बार उससे तुलना करके देख लिया जाए कि उसका व्यास अभी और कितना बड़ा है। कैलीपर्स स्वयं साइज को नहीं मापता बल्कि स्टील-रूल या मास्टर पीस की सहायता से तुलना के आधार पर जॉब की माप करता है।

अतः कैलीपर्स का कार्य जॉब की माप को स्टील रूल पर तथा स्टील रूल से माप को जॉब पर स्थानांतरण करना है। कैलिपर्स हाई-कार्बन स्टील (high carbon steel) या माइल्ड स्टील के बनाए जाते हैं। हाई कार्बन स्टील के कैलीपर्स को हार्ड एंड टैम्पर (hard and temper) किया जाता है। माइल्ड स्टील के कैलीपर्स को केस हार्ड किया जाता है या उनके माप लेने वाले सिरों पर टंगस्टन कार्बाइड की बिट लगाई जाती है, जिससे कि वे जल्दी न घिसें। कैलीपर्स का साइज, माप लेने वाले सिरों से पिवोट पिन (pivot pin) की दूरी के द्वारा लिया जाता है। कैलीपर्स तीन प्रकार के होते हैं

आउटसाइड कैलीपर्स (Outside Callipers)

वे कैलीपर्स जो जॉब की बाहरी माप लेने के लिए प्रयोग किए जाते हैं, आउटसाइड कैलीपर्स कहलाते हैं। ये 100,150,200 तथा 300 मीमी साइज में उपलब्ध रहते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं

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